RBI Repo Rate Cut news June 2025

RBI ने जून 2025 में किया बड़ा ऐलान – रेपो रेट 0.50% घटाकर 5.5% परhttps://gpvnews.com/wp-content/uploads/2025/06/IMG_20250606_123333.jpg

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 जून 2025 को मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट (0.50%) की कटौती की है। अब नया रेपो रेट 5.5% हो गया है, जो मार्च 2020 (कोविड काल) के बाद की सबसे बड़ी कटौती है।

रेपो रेट में कटौती का मतलब क्या है?

रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। जब रेपो रेट घटता है, तो बैंक भी ग्राहकों को सस्ते ब्याज पर लोन देने लगते हैं। इसका सीधा फायदा आम जनता को मिलता है, खासकर होम लोन और पर्सनल लोन लेने वालों को।

जून 2025 की RBI पॉलिसी के प्रमुख बिंदु:

बिंदुविवरण
🔻 Repo Rate5.5% (50 bps की कटौती)
🔻 CRR (कैश रिज़र्व रेशियो)100 bps घटाकर 3% किया गया, जो चरणों में लागू होगा
⚖️ नीति रुख‘Accommodative’ से ‘Neutral’ किया गया
📊 FY26 GDP अनुमान6.5% बरकरार
📉 FY26 CPI महंगाई अनुमान

घटाकर 3.7% किया गया (पहले 4% था)

EMI घटेगी, जनता को राहत!

अगर आपने ₹50 लाख का होम लोन लिया है और उसका कार्यकाल 20 साल है, तो इस कटौती से आपकी EMI में कुछ हज़ार रुपये की कमी हो सकती है। यह बदलाव जल्द ही बैंकों के ब्याज दरों में दिखेगा।

निवेशक और FD धारकों के लिए अलर्ट

जहां उधार लेने वालों को फायदा है, वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरें घट सकती हैं। निवेशकों को अब अपने पैसे को स्मार्ट तरीके से अलग-अलग साधनों में लगाने की जरूरत पड़ेगी।

शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

RBI की इस घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखी गई।
Nifty 50 ने 24,900 का स्तर पार किया और BSE Sensex 700 अंकों से ज्यादा चढ़ गया। निवेशकों में भरोसा और उत्साह बढ़ा है।

निष्कर्ष (Conclusion):

RBI की इस आक्रामक दर कटौती से साफ है कि केंद्रीय बैंक महंगाई को काबू में मान रहा है और अब आर्थिक विकास को बढ़ावा देना चाहता है। EMI की राहत से आम आदमी को सीधा फायदा मिलेगा, जबकि बाजार में भी सकारात्मक माहौल बनेगा।

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